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Showing posts from 2017

दिसम्बर का यूँ गुजर जाना.................. !

                                                                     वैसे तो बारह महीने के एक वर्ष होते हैं, पर वास्तविक व्यवहार में मैं दस महीने ही मानता हूँ. दिसम्बर तो ऐसे ही रोते-गाते, ऐसा लगता हैं कोई महबूब की विदाई हैं उस गम में कब गुजर जाता हैं पता ही नहीं चलता. बचपन में यही दिसम्बर कितना खुश कर जाता था, की नया वर्ष आ रहा हैं.....पर अब तो बेवजह उदासी आ जाती हैं दिसम्बर महीने में. यही वो वर्ष का महीना होता हैं जब हम जनवरी में लिए गए वादों का विश्लेषण करते रहते हैं और ऐसा होना शत-प्रतिशत संभावित हैं की जो आप चाहेंगे वो पुर्णतः पूरा होगा नहीं. लेकिन हमारा दिल इस तर्क के तरफ ध्यान ही नहीं देता. अहा ! जनवरी मेरी जान......ठीक कॉलेज के उस क्रश जैसे हैं जिसके चले जाने का दुःख तब होता हैं जब वो किसी और के बाहों में हो, यानी जब ये जनवरी का महिना समाप्त हो जाता हैं तब हम भ्रम से बाहर आते है की अरे ये नया साल तो शुरू हो गया.  हे ! समय-निर्माता आपको वर्ष के पहले और अंतिम महीने को बोनस में दे देना चाहिए था. दिसम्बर को पहली बार मैंने लखनऊ में अपने हॉस्टल के दोस्तों के साथ 2009 में सेलिब्रेट क

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Date of Listing...1/8/2016 I'll have to complete these things in my this short but lengthy life..... 1 . POKHARA TRIP ... Just a childhood dream, completed in 2016's Dusshera holidays. Imagination before trip.... How i made it........ 2 . Bungy Jumping ..... Completed  on 27 Oct 2017 Imagination Before Jump :  How i made it........... 3 . Compete Something Tough ..... On way Imagination before:  How i made it.....  4. Some Distant family trips ..... it'll be must Imagination :  How i made it:   5. Complete india Travel ....... Imagination:  How i made it: 6. Para-jumping ..... Not mentally prepared yet Imagination:  How i made it:  7. Kanyakumari to Ladhak Bike ride ...... For now it's problematic, no time actually Imagination : How i made it :